सकारात्मक सोच के फायदे |

benefits of positive thinking |

पॉवर ऑफ़ पॉजिटिव थिंकिंग 

दिन भर में हम कितना कुछ कर पाते हैं, उससे ज्यादा हम सोचते हैं । लेकिन जितना भी हम सोचते हैं, उतना कर नहीं पाते हैं । क्योंकि सोच को  व्यव्हारिक बनाने में समय लगता है । भगवान बुद्ध का कहना था कि, हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही बन जाते हैं । हमारे सोचने का तरीका हमारे व्यक्तित्व के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है | क्योंकि किसी भी व्यक्ति के विचार एवं सोचने का तरीका ही उसके व्यक्तित्व के स्तर को बता देता है । अच्छे बुरे की पहचान ही सबसे पहले उसके सोच, विचार करने के ढंग से ही होती है |और यदि व्यक्ति का सोच सकारात्मक एवं स्थिर है, तो उस व्यक्ति के जीवन में चमत्कार होते रहते हैं । और यदि सोच नेगेटिव है
और अव्यवस्थित है | तो मनुष्य को मनोरोगी एवं सामान्य इंसान बना देती है | हम जो सोचते हैं वह एक करंट की तरह हमारे मन एवं मस्तिष्क में पहुंचता है, लेकिन उस सोच का कुछ भाग ही हम ध्यान रख पाते हैं या पकड़ पाते हैं | दिन में इंसान के  मस्तिष्क में कई विचार आते हैं लेकिन उनका उपयोग नहीं हो पाता है | यदि यह विचार (thinking) सकारात्मक रूप से आयोजित हो सके तो इस सकारात्मक सोच के फायदे देखते ही बनता है |तो आज हम  सकारात्मक सोच से मिलने वाले फायदों के बारे में चर्चा करेंगे |100%

सकारात्मक सोच अमीर बनने में सहायक है |

मन में पैदा होने  वाला positive thinking  किसी भी अच्छे  काम को करने के लिए साहस प्रदान करता है | मन में स्फूर्ति और ताकत पैदा करता है | हमें निडर बना देता है | इसलिए जो लोग अपने साथ पॉजिटिव थिंकिंग के विचारों की शक्ति को साथ में लेकर चलते हैं वे लोग जिंदा दिल इंसान होते हैं | यह लोग अपने जीवन में जो कुछ भी पाना चाहते हैं, उसको पा कर रहते हैं | क्योंकि उनमें  पाई जाने वाली पॉजिटिव थिंकिंग की ताकत उन्हें सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद करती है |

दुखदाई मानसिक स्थितियों से छुटकारा मिलता है

जहां मन में हमेशा नेगेटिव थिंकिंग बना रहता है वह एक बीमारी है | वही सकारात्मक सोच का बना रहना एक उत्तम ब्रेन टॉनिक है | मन में पैदा होने वाला पॉजिटिव थिंकिंग ही हमें, हमारे हर दुख, बीमारी, चिंता, क्रोध, दर्द,शोक, उदासी, निराशा, डर आदि, सभी नेगेटिव विचारों से लड़ने में मदद करता है | पॉजिटिव  सोच की वजह से सभी मानसिक विकार मनुष्य से दूर रहते हैं | इसलिए पॉजिटिव थिंकिंग  के द्वारा आप दुखदाई मानसिक विकार की स्थितियों से छुटकारा पा सकते हैं |

सोशल नेटवर्किंग को बढ़ाने में मदद करता है :-

सकारात्मक सोच होने के कारण आप हमेशा अच्छी सलाह के आसपास घूमते रहते हैं | आप यदि किसी को सलाह देते हैं, तो वह सकारात्मक ही होगा और आपको मिलने वाली सलाह भी अच्छी ही होगी | आप अच्छी बातें करेंगे, लोग, अच्छे लोग एवं अच्छी बातों को पसंद करते हैं | इसलिए सकारात्मक सोच विचार आपके नेटवर्क हो हमेशा बढ़ाते हैं | आपका अपने समाज में अच्छे और बड़े लोगों से संपर्क बन जाता है |और जो आपको सफलता की ऊंचाइयों की ओर ले जाते हैं | इस वजह से पॉजिटिव  थिंकिंग हमारे सोशल नेटवर्किंग को  बढ़ाने में मदद करता है |

सकारात्मक सोच में एक प्रयास करने को प्रेरित करता है:-

जब हम किसी कार्य को करने का मन बना लेते हैं, तब  हम उस कार्य को करने की पूरी कोशिश करते हैं | लेकिन हमारे काम को पूर्ण होने में हमारा सकारात्मक सोच सहायक होता है | यदि हमारा कार्य असफल भी हो रहा हो, तो भी हमारे अंदर एक बार फिर से करने की हिम्मत सकारात्मक सोच की वजह से बनती है | हमारी पॉजिटिव थिंकिंग की आदत हमें बार-बार प्रयास करने की प्रेरणा देता है |

सकारात्मक सोच सफलता का साधन है:-

मनुष्य का जीवन में सफलता-असफलता, दुख-सुख, सभी कुछ मनुष्य के सोचने के तरीके और उसके विचार पर निर्भर करता है | मनुष्य के मन में बहुत सी इच्छाए होती है, जिसमें सकारात्मक सोच और इच्छाएं मनुष्य को पूरे जीवन को ही बदल डालती हैं | क्योंकि किसी मनुष्य के सकारात्मक सोच के अनुकूल ही उसके आसपास का वातावरण बनता है | उसे वैसे ही लोग मिलती है, जैसा कि, वह सोचता है | उसे उसी प्रकार के सहायता मिलते हैं जैसे कि उसकी सोच होती है | और अगर मनुष्य लगातार पॉजिटिव थिंकिंग को अपने साथ लेकर चलता है, तो उसके आसपास का वातावरण, उसके मित्र, भी पॉजिटिव सोच वाले होते हैं | और मनुष्य का स्वभाव गुण में ऐसा परिवर्तन होने लगते हैं, जो एक दिन, हर परिस्थिति में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करते हैं | इसलिए सकारात्मक सोच की शक्ति और आत्मविश्वास क्रियाशील होने के कारण सफलता मिलती है | इस प्रकार से सकारात्मक सोच सफलता मिलने का साधन है |

शरीर के मन-मस्तिष्क को प्रकाशित (enlighten) करता है:-

जैसे एक सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह से हमारे विचार भी सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के होते हैं | और इस प्रकार इंसान वही लिखता है, जो सोच और समझ सकता है | और कोई व्यक्ति अच्छा न सोच सके और ना समझ सकें या अच्छा बोल सके , तो अच्छा लिख नही सकेगा | इसके विपरीत जो व्यक्ति सकारात्मक सोच रखता है | वह उतना ही आसानी से किसी भी विषय से संबंधित विचारों में जानकारी रखता है  |और उसके बारे में अपना मत दे सकता है, अपनी प्रतिक्रिया दे सकता है, और यह सोचने और समझने की शक्ति सकारात्मक सोचने की वजह से सदैव विकसित होती रहती है | इस प्रकार से सकारात्मक सोच मन को ज्ञान से प्रकाशित करता है |

जीवन को बदलने में सहायक है:-

जीवन को बदलने के लिए,या जीवन को बिगाड़ने या बनाने के लिए सिर्फ एक बिचार पर्याप्त होता है | यदि हम सिर्फ एक विचार को बना ले तो हमारा जीवन ही बदल सकता है | यदि हमने सिर्फ एक सकारात्मक विचार बना लिया हमारे मन में प्रसन्नता, उत्साह, शांति, जैसी अच्छे भाव एवं विचार आने लगते हैं | और यदि हमने मन में नेगेटिव थिंकिंग को स्थान दे दिया, तो हमारा मन अशांत बन जाता है | और स्वयं का नुकसान कर डालते हैं | और संपर्क में आने वाले लोगों को भी अपने नेगेटिव विचारों से प्रभावित करते हैं | जबकि पॉजिटिव विचारों से हम मेंटली स्ट्रांग बन जाते हैं | और दूसरों के लिए मोटिवेटर का कार्य करते हैं | इसलिए हमें पॉजिटिव थिंकिंग्स को ही अपनाना चाहिए | क्योंकि निगेटिव थिंकिंग किसी भी प्रकार का लाभ नहीं दे सकते हैं |और पॉजिटिव थिंकिंग किसी भी प्रकार की हानि नही पहुंचा सकते हैं | इसलिए सकारात्मक विचारों को अपनानी चाहिए | और अपने निगेटिव विचारों को खोज-खोज कर, उन्हें अपने जीवन से दूर करना चाहिए | ताकि हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सके |
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